परेशानियो के हल सिरिज़ 3

परेशानियो के हल 
 सिरिज़ 3 

जब किसी कौम या किसी शख्स से कोई खतरा हो और ये अन्देशा हो कि कही कोई दुश्मन बुग्ज़ व ईनाद मे हमे नुकसान ना पहुचाए 
जैसे आजकल कि लिचिंग जो हो रही है उससे मेहफुज़ रहने कि ये खास दुआ है 
जो हदीसे मुबारका मे बताई गयी है 👇👇
عَن أَبِی مُوسٰی ‌رضی ‌اللہ ‌عنہ ‌: أَنَّ النَّبِیَّ ‌صلی ‌اللہ ‌علیہ ‌وآلہ ‌وسلم  کَانَ إِذَا خَافَ مِنْ رَجُلٍ أَوْ مِنْ قَوْمٍ قَالَ
यानी - हजरत अबु मुसा रज़ियल्लाहु अन्हु से मरवी है कि जब नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैह व सल्लम को‌ किसी कौम या किसी शख्स से कुछ अन्देशा होता तो आप ये दुआ पढते थे 👇👇
اَللّٰھُمَّ إِنِّی أَجْعَلُکَ فِی نُحُورِہِمْ وَنَعُوذُ بِکَ مِنْ شُرُورِہِمْ
यानी - ऐ अल्लाह बेशक मै तुझको इनके मुकाबले मे रखता हु और हम खुद तेरी पनाह मे आते है इनके शर से ,,

जब आप कही बहार या सफर मे निकले या घर से निकले और किसी शख्स या किसी दुश्मन या किसी कौम से कुछ खतरा मेहसुस करे तो उस कौम या शख्स या दुश्मन के शर से बचने का तसव्वुर करके इस दुआ को पढकर अल्लाह कि पनाह तलब करे सच्चे दिल से 

कोई खास तादाद नही है एक बार भी दरुद शरीफ आगे पिछे लगाकर इसको पढकर निकले इन शा अल्लाह मोब लिचिंग जैसे शर से मेहफुज़ रहेंगे ,
ये हदीस मुसनद ए ईमाम एहमद कि हदीस नम्बर 5572 है।

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