अदल ओ इंसाफ
अदल ओ इंसाफ
अल्लाह तआला के मुकद्दस रसूल सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम तमाम जहान में सब से ज्यादा अमीन सबसे बढ़ कर आदिल ओ पाक दामन व रास्त बाज थे ये वो रोशन हकीकत है कि आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के बड़े बड़े दुश्मनों ने इत्तिराफ़ किया
चुनांचे एलाने नबुव्वत के पहले तमाम अहले मक्का आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम को सादिकुल वाद और अमीन के मुअज्ज्ज् लक़ब से याद करते थे
हजरत रबीआ बिन ख़सीम रादिअल्लाहु तआला अन्हु से रिवायत है कि मक्का वालो को इस बात पर इत्तिफाक था कि आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम आला दर्जे के अमीन और आदिल है इसलिए एलाने नबुव्वत से पहले अहले मक्का अपने मुक़द्दमात और झगड़ो का आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम से फैसला कराया करते थे और आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम के फैसले को इंतिहाई एहतिराम के साथ बिला चुनो चरा तस्लीम कर लेते थे और कहा करते थे कि ये अमीन का फैसला है
हुजूर अक़दस सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम किस कदर बुलन्द मर्तबा आदिल थे इस बारे में बुखारी शरीफ में एक रिवायत है कि कबिलए कुरैश के खानदान बनी मखजूम की एक औरत ने चोरी की इस्लाम मे चोरी की सजा है कि उसका दायां हाथ पहुंचो से काट डाला जाए
कबिलए कुरैश को इस वाकया से बड़ी फिक्र दामन गीर हो गई कि अगर हमारे कबीले की इस औरत का हाथ काट डाला गया तो यह हमारी खानदानी शराफत पर ऐसा बदनुमा दाग होगा जो कभी मिट ना सकेगा और हम लोग तमाम अरब की निगाहों में जलील ओ ख़्वार हो जाएंगे इसलिए उन लोगो ने ये तय किया कि बारगाहे रिसालत सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम में कोई जबरदस्त सिफारिश पेश कर दी जाए ताकि आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम उस औरत का हाथ न काटे
चुनांचे उन लोगो ने हजरत उसामा बिन जैद रादिअल्लाहु तआला अन्हु को जो के निगाहे नबुव्वत में इंतिहाई महबुब थे दबाव डाल कर इस बात पर आमादा किया कि वो बारगाहे अक़दस में सिफारिश पेश करें
हजरत उसामा बिन जैद रादिअल्लाहु तआला अन्हु अशराफे कुरैश की इसरार से मुतासिर होकर बारगाहे रिसालत में सिफारिश अर्ज कर दी
ये सिफारिश सुन के पेशानिए नबुव्वत सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम पर जलाल के आसार नुमुदार हो गए और आप सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने निहायत ही गजब नाक लहजे में फरमाया की
ऐ उसामा!
तू अल्लाह कि मुकर्रर की हुई सज़ा मेसे एक सज़ा के बारे में सिफारिश करता है?
फिर इसके बाद हुजूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम खड़े हुए और खुतबा दिया और उस खुतबे में फरमाया:-
ए लोगो!
तुम से पहले के लोग इस लिए गुमराह हो गए के जब उन में कोई शरीफ चोरी करता था तो उसको छोड़ देते थे, और जब कोई कमजोर आदमी चोरी करता था तो उस पर सज़ाए कायम की जाती थी
खुदा की कसम।
अगर मुहम्मद की बेटी फातिमा(रादिअल्लाहु तआला अन्हा) भी चोरी करेगी तो यकीनन मुहम्मद उसका हाथ काट लेगा।
(सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम)
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