- गैंग रेप नसीब मे क्यो लिखा गया बेटीयो के ?
- गैंग रेप नसीब मे क्यो लिखा गया बेटीयो के ?
जवाब - सबसे पहले तो ये जानने कि ज़रुरत है कि नसीब ,तकदीर ,लक ,ये है क्या इसकी हकिकत क्या है
दर असल
तकदीर ,,इल्मे इलाही का नाम है यानी अल्लाह के ईल्म का नाम तकदीर है ,,( ईमाम नववी रहमतुल्लाह अलैह कि शराह अरबाईन सफा 44)
अल्लाह जो मखलुक व कायनात को पैदा करने से पहले से ही जानता था कि जो वो तखलिक कर रहा है वो क्या अमल करेगी क्या काम करेगी ,,तो जो मखलुक जो करने वाली थी वो सब उसके लोहे मेहफुज़ पर लिख दिया
इसको इस तरह मिसाल से समझते है 👇👇
एक मेकिनिकल इन्जिनियर जब कोई गाङी चाहे वो कार हो या बाईक हो जब बनाता है तो उसका माईलेज उसकी स्पिड उसकी उम्र सबकुछ तय कर देता है
अब आम इन्सान ना उसकी स्पिड बढा सकता है ना उम्र ना माईलेज
जैसे अगर बाईक 200 सी सी स्पिड कि है क्या एक आम इन्सान इस स्पिड को बढाकर 250 कर सकता है ?) नही
इसी तय शुदा लेख को तकदीर ए मुतलक कहते है
लेकिन बाईक या कार को अगर कोई आम इन्सान एक दरमियानी स्पिड ,सही देख रेख सही मेनटेन से चलाए तो गाङी कि सर्विस बढ जाती है ,,इसका डाईरेकश इन्जिनियर एक कापी पर लिख कर देता है और कहता है कि अगर इस डाईरेक्शन को फाॅलो कर के गाङी रखोगे तो गाङी कि सर्विस व एवरेज ज़रुर बढ जाएगा इस को कहते है तकदीरे मोअल्लक ,,
गैर रेप रब्बुल आलामिन का लिखा नसिब नही होता है बल्कि मखलुक के गलत डाईरेक्शन को फाॅलो करने का नतिजा होता है
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