क्या मस्जिद में कुर्सी पर बैठकर नमाज़ पढ़ सकते हैं।

 क्या मस्जिद में कुर्सी पर बैठकर नमाज़ पढ़ सकते हैं ⁉️

 बिल्कुल पढ़ सकते हैं,नमाज़ किसी हालत में माफ नहीं है अब अगर खड़ा होकर नहीं पढ़ सकता तो बैठकर पढ़े बैठकर नहीं पढ़ सकता तो लेटकर पढ़े इशारे से पढ़े,अगर ग़ुस्ल या वुज़ू पर क़ादिर नहीं है तो तयम्मुम करके पढ़े,मगर पढ़े,लेकिन कुर्सी पर बैठकर या युंही बैठकर नमाज़ पढ़ने में इतना ज़रूर है कि अगर खड़ा होकर तक्बीरे तहरीमा कह सकता है तो कह ले फिर बैठे,क्योंकि अगर इतना कर सकता था मगर नहीं किया तो नमाज़ नहीं होगी युंही वो औरतें जो हमेशा बैठकर ही नमाज़ पढ़ती हैं उनकी भी नमाज़ नहीं होती कि उनके लिए भी खड़े होकर नमाज़ पढ़ना फर्ज़ है,अक्सर बअज़ लोगों को देखा गया है कि खड़े होकर घंटों फिज़ूल बात करते रहते हैं और जब नमाज़ की बात आती है तो बैठकर या कुर्सी पर नमाज़ पढ़ते हैं इस सूरत में बैठकर नमाज़ नहीं होगी,ये बात भी ज़हन में रहे कि अगर मस्जिद जाने में थक जाता है और वहां बैठकर नमाज़ पढ़ना पड़ेगा लेकिन घर में ही नमाज़ पढ़ता है तो खड़े होकर पढ़ सकता है तो इस सूरत में घर में ही खड़े होकर नमाज़ पढ़े,यानि बैठकर लेटकर और इशारों से नमाज़ वही पढ़ेगा और उसी की नमाज़ होगी जो हक़ीक़त में उसके लायक हो वरना नमाज़ नहीं होगी

             🎤 काज़िये शहर इलाहाबाद
             💐💐💐💐💐💐💐💐

Comments

Popular posts from this blog

मिलादुन्नबी सल्लल्लाहू अलैह व सल्लम के दिन खुब सलाम ही सलाम भेजो क्योकि कुरान कहता है।

ईदे गदीर मनाना जाईज़ है या नहीं"

एक नौजवान कहता है: