हुस्ने अख्लाक
Mafhoom-e-Hadees:
Rasool’Allah (Sallallahu Alaihay Wasallam) Farmate Hai,“Apni Aulaad Ke Saath Nek Sulooq Karo !! Aur Unhey Adab-e Zindagi (Manners) Sikhao.”
Hawala:-(📗Ibne Maja Jild:4 Safa:189 Hadith no. 3671)
ईमान के ऐतबार से कामिल मोमिन वो है जिनके अख़लाक़ बेहतरीन हैं।
आयशा रज़ियल्लाहु अन्हा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया मोमिन अपने आला अख़लाक़ से सारे दिन के रोज़ेदार और सारी रात के तहज्जुदगुज़ार का दर्जा हासिल कर लेता है |
Hawala:-[📗सुनन अबू दाऊद, जिल्द 3, 1370-सही]
अबू दर्दा रज़िअल्लाहु अन्हा से रिवायत है की रसूल-अल्लाह सल्ललल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया मीज़ान ए आमाल में अच्छे अख़लाक़ से भारी कोई चीज़ नही |
Hawala:-[📗सुनन अबू दाऊद, जिल्द 3, 1371-सही]
रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया मैं उस शख्स के लिए आला जन्नत में एक घर की ज़मानत देता हूँ। जिसका अख़लाक़ आला (बहुत अच्छा) हो |
Hawala:-[📗सुनन अबू दाऊद, जिल्द 3, 1372-हसन]
रसूल-अल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने फरमाया ईमान के ऐतबार से कामिल मोमिन वो हैं जिनके अख़लाक़ बेहतरीन हैं।
Hawala:-[📗सुनन अबू दाऊद, जिल्द 3 ,1257-सही]
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