सदका_वाला_पत्थर

#सदका_वाला_पत्थर...ऐसे पत्थर खिलाफत ए उस्मानिया में सरे राह रखे जाते थे। ताकि जरूरतमंद इसमें से पैसे ले सकें इसमें हाथ डालने वाला ही सिर्फ जानता था कि वो सदका डाल रहा है या निकाल रहा है और किसी को मालूम भी नहीं होता था 

खिलाफत दुनिया की वाहिद ऐसी निज़ाम थी जिसमे एक चींटी को भी ज़र्रा बराबर तकलीफ़ ना पहुंचती थी.!!!

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