दुआ

*#दुआ

एक शख्स आक़ा करीम ﷺ के पास आया और उसने कहा:
         "या रसूलल्लाह ﷺ! जब मैं अपने रब से दुआ करूं तो क्या कहा करूं?"
नबी ए अकरम ﷺ ने फ़रमाया कहो:

اَللّٰہُمَّ اغْفِرْلِی وَارْحَمْنِیْ وَ عَافِنِیْ وَارْزُقْنِی۔ 

अल्लाहुम्मग़फिरली वरहमनी व आफानी वरज़ुक़नी

ऐ अल्लाह मुझे मुआफ फरमा, मुझ पर रहम फरमा, मुझे आफियत दे और मुझे रिज़्क़ अता फरमा- 

इसके बाद आपने अंगूठे को निकाल कर बाक़ी चार उंगलियों को बंद करके फरमाया:
         "ये चीज़ें तुम्हारी दुनियां और आखिरत को जमा करने वाली हैं..!!"

(صحیح مسلم : 6851)

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