औरत और मर्द और पर्दा
मर्द औरत एक दूसरे की जिंस से पेदा किये हें साफ लफ्जों में कहूं तो बगेर मर्द के ओरत अधूरी है ओर बगेर औरत के मर्द अधूरा है
कुरआन में अल्लाह फरमाता है (ھُنَّ لِبَاسٌ لَّکُمْ وَأَنتُمْ لِبَاسٌ لَّہُن) वोह तुम्हारे लियें लिबास हें ओर तुम उनके लियें लिबास हो
औरत ओर मर्द एक दूसरे की ज़िद नहीं हें बल्की एक दूसरे की ज़रूरत हें शरीअत के अहकाम भी दोनों के लियें बराबर हें हां औरतों के लियें कई मोको पर आसानी ज़रूर है वोह इस लियें की अल्लाह ने मर्द को ओरतों पर हाकिम बनाया है (अल्कुरान) ओर हाकिम जिसे चुना जाता है उसके लियें अहकाम सख्त ही रहते हैं और फिर दूसरा पहलू यह भी है की अल्लाह ने मर्द को ओरत के मुकाबले ज्यादा ताकतवर बनाया है
पर्दे के ताल्लुक से अल्लाह ने जब हुक्म दिया तो पहले मर्द को हुक्म दिया क्यों की हाकिम के लियें पहले अमल करना ज़रूरी होता है
(قُل لِّلْمُؤْمِنِينَ يَغُضُّوا مِنْ أَبْصَارِهِمْ وَيَحْفَظُوا فُرُوجَهُمْ ۚذَٰلِكَ أَزْكَىٰ لَهُمْ إِنَّ اللَّهَ خَبِيرٌ بِمَا يَصْنَعُونَ وَقُلْ لِّلْمُؤْمِنَاتِ یَغْضُضْنَ مِنْ أَبْصَارِہِنَّ وَیَحْفَظْنَ فُرُوجَہُن
ऐं नबी मोमिन मर्दो को हुक्म दे दी जिये की वोह अपनी नज़रों को नीचा रखें ओर अपनी शर्मगाहों की हिफाज़त करें यह उनके लियें ज्यादा पाकीजा तरीका है ओर जो कुछ वोह करते हैं अल्लाह उस्से बाखबर रहता है ओर ऐं नबी मोमिना ओरतो को हुक्म दे दो वोह अपनी नज़रों को झुका कर रखें ओर अपनी शर्मगाहों की हिफाज़त करें)
तो पर्दे के मामले में सिर्फ औरतों को कुसूर वार ठहराना इंसाफ का गला घोंटने के माफिक हें
क्यों की मुस्लिम की हदीस हे अम्मा आयेशा से रिवायत हे नबी के सामने एक ओरत ने हाथ बडाया तो नबी ने आयेशा से कहा ऐं आयेशा इसे बोलो यह अपना हाथ मेरे सामने ना लाये
दूसरा पहलू यह भी है की ओरत को ओरत कहा ही इस लियें जाता है की औरत के माने हें छिपी हुई चीज़ के
सतरे ओरत
मर्द के लियें ज़रूरी है की वोह हर हाल में नाफ से लेकर टांगों के मुडने की जगह समेत हिफाज़त करे ओर गेर महरम के सामने अपनी नज़रें नीची करले
ओर आज मर्दो का हाल यह है की वोह घर तक में जहां मां बहनें हें बेटियां भी हें अंडरवियर पहने घूमता भी हे नहाता भी है खाता भी है ओर सोता भी है
जो हराम हराम हराम सख्त हराम है
ओर नज़रें नीची रखने का हाल यह हे की अगर किसी फाहिशा मक्कार ओरत की ब्रा से उसके स्तनों की थोडी भी झलक दिख जाये तो यह कम्बख्त केड केड कर उधर ही देखेगा
तो इस तरह के मर्दों को तो यह हक हासिल शायद ना ही करना चाहिए की वोह ओरतों के पर्दे को लेकर लेक्चर देता फिरे
ओर ओरत के लियें सिवाये चहरे की हथेली ओर पेरों के अलावा सारा जिस्म छिपाना ज़रूरी है याद रहे गले का ओर कोहनियों का भी हर हाल में छिपाना ज़रूरी है
इतने सख्त अहकाम के होते हुए भी तुम्हारा सीना केसे दिख जाता है और हाँ कयामत के दिन यह फरेब ना चल सकेगा की टेलर ने गला बडा कर दिया था या आधी अस्तीन के कपडे हम सिर्फ घर में पहनते थे
सतरे ओरत का देखना सिवाये शोहर के बाकी सबके लियें हराम हें
یَا بَنِیْ آدَمَ قَدْ أَنزَلْنَا عَلَیْکُمْ لِبَاساً یُوَارِیْ سَوْئ َاتِکُمْ وَرِیْشاً وَلِبَاسُ التَّقْوَیَ ذَلِکَ خَیْر
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