दरुद शरीफ़ का मुखफ्फफ (Short Cut) लिखना कैसा है।
⚔️ हाथ काट दिया गया...⚔️
इमाम जलालुद्दीन सुयूती शाफ़ई رحمة الله عليه फरमाते हैं : पहला शख़्स जिसने दुरुद शरीफ का इख्तिसार किया (Short Name यानी स.अ.व इस तरह छोटा करके लिखा) उसका हाथ काट दिया गया।
📕(تدريب الراوی للسيوطی ، صفحہ 284)
जब चोरी करने वाले के हाथ काटे जाते हैं तो इसने तो अजमते मुस्तफा ﷺ मे चोरी करने की कोशिश की थी तो इसके हाथ काटना ज़रुरी था।
इससे मालूम हुआ कि दरुद शरीफ़ का मुखफ्फफ (Short Cut) लिखना मसलन स.अ.व, S.A.W, S ص ، صلعم, સ.અ.વ, सल्ल° या अलयहीस्सलाम عليه السلام के बदले अ या ع वगैरह वगैरह ये सब लिखना नाजाइजो हराम है और ऐसा लिखने वाला सख्त गुनहगार है।
आला हज़रत رحمة الله عليه फरमाते हैं : ऐसा मुखफ्फफ (Short Cut) लिखना नाजाइजो हराम है और रदीयल्लाहु अन्हु رضي الله عنه और रहमतुल्लाह अलयह رحمة الله عليه की जगह रदी. और रे.अ. लिखना भी मम्नुअ है।
📕(فتاویٰ افريقہ ، صفحہ 50)
हज़रते शैख अहमद बिन शहाबुद्दीन हजर हैतमी मक्की رحمة الله عليه फरमाते हैं : हुजूर का इस्मे गिरामी लिख कर ﷺ लिखा जाए कि यू ही तमाम सलफे सालिहीन का तरीका चला आ रहा है, दुरूद शरीफ़ लिखते वक़्त इसको इख्तिसार (Short) करके صلعم (स.अ.व) न लिखें क्योंकि ये महरूम लोगो का काम है।
📕(الفتاوی الحديثية ،صفحہ 306)
👉बाज़ उलमा के नज़दीक जब सरकार ﷺ का इस्मे गिरामी लिखा जाए तो दरुद शरीफ यानी ﷺ लिखना वाजीब है ।
📕(بہارِ شريعت ،جلد 1،صفحہ 565)
Comments
Post a Comment