निज़ात दिलाने वालें आ'माल ◢◤

◢◤ निज़ात दिलाने वालें आ'माल ◢◤

           *❝ तजकिरए मौत की तारीफ ❞*
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╭┈► खौफे खुदा पैदा करने, सच्ची तौबा करने, रब عَزَّوَجَلَّ से मुलाकात करने, दुन्या से जान छूटने, कुर्बे इलाही के मरातिब पाने, अपने महबूब आका ﷺ की ज़ियारत हासिल करने के लिये मौत को याद करना तजकिरए मौत कहलाता है।

╭┈► *आयते मुबारका अल्लाह عَزَّوَجَلَّ क़ुरआने मजीद में इरशाद फ़रमाता है

                *کُلُّ نَفْسِِ ذَآیِٕقَةُالْمَوْتِ*

╭┈► *तर्जमए कन्जुल ईमान हर जान को मौत का मज़ा चखना है।

╭┈► *हदीसे मुबारका लज़्ज़तों को ख़त्म करने वाली मौत की याद हज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरा رضی الله تعالی عنه से रिवायत है कि रसूलुल्लाह ﷺ ने इरशाद फ़रमाया लज्ज़तों को ख़त्म करने वाली (मौत) को ज़ियादा याद किया करो। या'नी मौत को याद कर के लज्ज़तों को बद मज़ा कर दो ताकि उन की तरफ़ तबीअत माइल न हो और तुम यक्सूई के साथ अल्लाह عَزَّوَجَلَّ की तरफ़ मुतवज्जेह हो जाओ।...✍🏻

📬 नजात दिलाने वाले आ'माल की मा'लूमात सफ़ह 90 📚

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