आला_हज़रत. कलामुल_इमाम_इमामुल_कलाम
मेहरे चर्खे नबुव्वत पर रोशन दुरूद....!!
गुले बागे रिसालत पे लाखों सलाम..!!
आसमाने नबुव्वतों रिसालत के सिराज़े मुनीर हमारे प्यारे आकाﷺ की ज़ाते वा बरकात पर चमकता हुआ रोशन और नूरानी दुरूद् नाज़िल हो... 🥰
और गुलशने बागे रिसालत के महकते हुए फ़ूल रसूलों के रसूल अल्लाह ता'आला के प्यारे मेहबूबﷺ की ज़ाते अकदस् पर लाखों सलाम हो ...
कियुंकी गुलिश्ताने नबुबतों रिसालत मे आपकेﷺ खिलने से ऐसी बहार आई के आपके बाद किसी गुन्छे के चटकने यानी नया नबी आने की गुंजाईश ही वाकी न रही..... 💐
#मतलब
मेहर :- सूरज गुल :- फ़ूल
चर्ख :- आसमान
बागे रिसालत :- रिसालत का बाग..
#आला_हज़रत
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