_नमाज़_

*_आइये पढ़े और अपने इल्म में इजाफा करें_*


                            
                               *_नमाज़_*
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*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया बंदा जब नमाज़ के लिए खड़ा होता है, उसके लिए जन्नतों के दरवाज़े खोल दिए जाते हैं और उसके और परवरदिगार के दरमियान हिजाब हटा दिये जाते हैं, और ह़ुरैं उसका इस्तक़बाल करती हैं_*

*📕📚अत्तरग़ीब वत्तरहीब जिल्द 1 सफह 126 ह़दीस 12*
*للمنذری، کتاب الصلوۃ، الترھیب من البصاق فی المسجد،* 

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया कि_*

*_सबसे पहले क़यामत के दिन बन्दे से नमाज़ का ह़िसाब लिया जायेगा, अगर ये दुरुस्त हुई तो बाक़ी आमाल भी ठीक रहेंगे और अगर ये बिगड़ी तो सभी बिगड़े_*

*📕📚अल मोअजमुल अवसत़ जिल्द 1 सफह 506 ह़दीस नं 1859*
 
*📕📚المعجم الأوسط،، للطبرانی، باب الألف، الحدیث ۱۸۵۹ جلد ۱ صفحہ ۵۰۶*

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो मुसलमान जहन्नम में जायेगा उसके पूरे बदन को आग खायेगी सिवा आज़ाऐ सुजूद के अल्लाह तआला ने उनका खाना आग़ पर ह़राम कर दिया_* 

*📕📚सुनने इब्ने माजा श़रीफ़ जिल्द 4 सफह 532 ह़दीस 4326*

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया अल्लाह तआला के नज़दीक बंदे की ये ह़ालत सबसे ज़्यादा पसंद है कि उसे सजदा करता देखे कि वह अपना मुंह ख़ाक पर रगड़ रहा है_*

*📕📚अल मोअजमुल अवसत़ जिल्द 4 सफह 308 ह़दीस नं 6075*

*📕📚المعجم الأوسط ،،للطبرانی،، باب المیم، الحدیث،۶۰۷۵ جلد ۴ صفحہ ۳۰۷* 

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया हर सुबह व शाम ज़मीन का एक टुकड़ा दूसरे टुकड़े को पुकार कर पूछता है कि आज तुझ पर कोई नेक बंदा गुज़रा जिसने तुझ पर नमाज़ पढ़ी, या ज़िक्र इलाही किया? ज़मीन के जिस टुकड़े पर किसी बंदे ने नमाज़ पढ़ी होगी, वह टुकड़ा कहेगा हां मुझ पर एक बंदे ने नमाज़ या ज़िक्रे ईलाही किया है तो वह ज़मीन का टुकड़ा नमाज़ पढ़ने के सबब से अपने ऊपर बुजुर्गी तसव्वुर करता है_*

*📕📚अल मोअजमुल अवसत़ जिल्द 1 सफह 171 ह़दीस नं 562*
 
*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जिस ने वुज़ू किया जैसा हुक्म है और नमाज़ पढ़ी जैसी नमाज़ का हुक्म है, तो जो गुनाह पहले किया है वह माफ़ हो गया_*

*📕📚सुनने निसाई ह़दीस 144 सफह 31* 
*کتاب الطہارۃ باب من توضأکما أمر،*

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो अल्लाह के लिए एक सजदा करता है, उसके लिए एक नेकी लिखता है और एक गुनाह माफ़ करता है और एक दरजा बलंद करता है_"*

*📕📚अल मुसनद जिल्द 8 सफह 104 ह़दीस 21508*
*للأمام أحمد بن حنبل، مسند الأنصار، حدیث أبي ذر الغفاری،* 

*_ह़दीस:--- हुज़ूर सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम ने इरशाद फरमाया जो तन्हाई में 2 रकाअत नमाज़ पढ़े कि अल्लाह तआला और फरिश्तों के सिवा कोई न देखे, तो वह जहन्नम से आज़ाद कर दिया जाता है_*

*📕📚कंज़ुल उम्माल जिल्द 7 सफह 125 ह़दीस 19015, کتاب الصلوۃ*
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*🌹والله تعالیٰ اعلم بالصواب🌹*
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