कब्र मे दफनाने के बाद का मंजर। साईंस की नज़र में
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साईंस की नज़र में तदफीन (दफनाने) के एक दिन बाद यानी ठीक 24 घंटे बाद इंसान की आंतों में ऐसे कीड़ों का गिरोह सरगर्म अमल हो जाता है जो मुर्दे के पाखाना के रास्ते से निकलना शुरू हो जाता है, साथ ही ना क़बीले बर्दाश्त बदबू फैलना शुरू करता है, जो दरअस्ल अपने हम पेशा कीड़ों को दावत देते हैं, ये ऐलान होता है के बिच्छू और तमाम कीड़े मकोड़े इन्सान के जिस्म की तरफ़ हरकत करना शुरू कर देते हैं और इन्सान का गोश्त खाना शुरू कर देते हैं- तद्फीन के 3 दिन बाद सब से पहले नाक की हालत तब्दील होना शुरू हो जाती है, 6 दिन बाद नाख़ून गिरना शुरू हो जाते हैं, 9 दिन के बाद बाल गिरना शुरू हो जाते हैं, इंसान के जिस्म पर कोई बाल नहीं रहता और पेट फूलना शुरू हो जाता है, 17 दिन बाद पेट फट जाता है और दीगर अजज़ा बाहर आना शुरू हो जाते हैं, 60 दिन बाद मुर्दे के जिस्म से सारा गोश्त ख़त्म हो जाता है, इंसान के जिस्म पर बोटी का एक भी टुकड़ा बाक़ी नहीं रहता, 90 दिन बाद तमाम हड्डियां एक दुसरे से जुदा हो जाती हैं, एक साल बाद तमाम हड्डियां बोसीदा (मिट्टी में मिल जाना) हो जाती हैं, और बिल आख़िर जिस इंसान को दफनाया गया थ...